पटना मेट्रो की चेतावनी – फर्जी जॉब ऑफर्स से रहें सावधान
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) ने हाल ही में आम जनता को सचेत करते हुए एक आधिकारिक प्रेस नोट जारी किया है। इसमें साफ किया गया है कि सोशल मीडिया, ई-मेल, SMS और कुछ गैर-आधिकारिक वेबसाइटों पर पटना मेट्रो के नाम से फर्जी जॉब ऑफर्स प्रसारित किए जा रहे हैं।
कॉर्पोरेशन ने लोगों को आगाह किया है कि वे ऐसे किसी भी संदेश या ऑफर पर भरोसा न करें, क्योंकि PMRCL ने अब तक कोई आधिकारिक भर्ती विज्ञापन जारी नहीं किया है।
क्यों फैल रहे हैं फर्जी नौकरी के विज्ञापन?
धोखाधड़ी का नया तरीका
आज के डिजिटल युग में जॉब फ्रॉड एक बड़ी समस्या बन चुकी है। बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी नौकरी की चाहत का फायदा उठाते हुए कुछ ठग गिरोह नकली वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर फर्जी जॉब ऑफर्स प्रसारित कर रहे हैं।
मासूम युवाओं को निशाना
पटना और बिहार के हजारों युवा मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर उत्साहित हैं। इसी का फायदा उठाकर कुछ लोग भर्ती के नाम पर फर्जी कॉल लेटर और फीस जमा करने के मैसेज भेज रहे हैं।
पटना मेट्रो ने क्या कहा?
आधिकारिक बयान
PMRCL ने स्पष्ट किया है:
उन्होंने किसी भी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की है।
किसी भी उम्मीदवार से ऑनलाइन/ऑफलाइन भुगतान की मांग नहीं की जाती।
भर्ती संबंधी सूचना केवल आधिकारिक वेबसाइट और मान्यता प्राप्त मीडिया चैनल के माध्यम से जारी की जाएगी।
लोगों से अपील
कॉर्पोरेशन ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को संदिग्ध संदेश या ई-मेल मिले तो तुरंत PMRCL के आधिकारिक हेल्पलाइन या पुलिस साइबर सेल को सूचित करें।
फर्जी जॉब ऑफर कैसे पहचानें?
सामान्य लक्षण
ई-मेल आईडी @gmail.com या @yahoo.com जैसे डोमेन से भेजी गई हो।
नौकरी के बदले पैसे जमा करने की मांग की जाए।
वेबसाइट या पोर्टल का नाम आधिकारिक सरकारी पोर्टल से मेल न खाता हो।
जल्दबाजी में आवेदन करने के लिए कहा जाए।
असली और नकली में फर्क
असली भर्ती केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही प्रकाशित होती है, जबकि फर्जी भर्ती SMS, ई-मेल और व्हाट्सएप मैसेज के जरिए फैलती है।
साइबर अपराधियों की चालबाजियां
नकली वेबसाइट और पोर्टल
कुछ ठग पटना मेट्रो का नाम लेकर क्लोन वेबसाइट बना देते हैं, जो देखने में बिल्कुल असली लगती हैं। वहां आवेदन करने पर उम्मीदवारों से पैसे वसूले जाते हैं।
सोशल मीडिया के जरिए धोखा
फर्जी फेसबुक पेज और टेलीग्राम ग्रुप पर “पटना मेट्रो भर्ती 2025” जैसे नाम से युवाओं को गुमराह किया जाता है।
असली भर्ती प्रक्रिया कैसी होगी?
चरणबद्ध जानकारी
भर्ती की सूचना PMRCL की आधिकारिक वेबसाइट और समाचार पत्रों में प्रकाशित होगी।
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के जरिए होगी।
आवेदन शुल्क केवल सरकारी पोर्टल के पेमेंट गेटवे से ही लिया जाएगा।
उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होगा।
नौकरी के नाम पर धोखा – एक पीड़ित की कहानी
राजेश कुमार (नाम बदला हुआ), जो पटना के रहने वाले हैं, ने बताया कि उन्हें एक ई-मेल मिला जिसमें लिखा था कि पटना मेट्रो में टेक्निकल असिस्टेंट की भर्ती हो रही है। ई-मेल में ₹5,000 जमा करने पर इंटरव्यू कॉल लेटर भेजने की बात कही गई।
राजेश ने पैसे भेज दिए, लेकिन उसके बाद कोई जवाब नहीं मिला। जब उन्होंने जांच की, तब पता चला कि यह एक फर्जी भर्ती गिरोह का काम था।
सरकार और एजेंसियों की सख्ती
साइबर सेल की भूमिका
बिहार पुलिस साइबर सेल ने ऐसे मामलों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। अब तक कई फर्जी वेबसाइट्स ब्लॉक की गई हैं और अपराधियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
जागरूकता अभियान
पटना मेट्रो और सरकार समय-समय पर जनता को जागरूक करने के लिए नोटिस और पब्लिक कैंपेन चलाती है।
युवाओं के लिए सुझाव
क्या करें?
हमेशा भर्ती की जानकारी आधिकारिक पोर्टल से ही लें।
किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
किसी को भी पैसे ट्रांसफर न करें।
संदिग्ध संदेश की तुरंत शिकायत करें।
क्या न करें?
किसी भी SMS या ई-मेल पर बिना सोचे-समझे भरोसा न करें।
फर्जी कंसल्टेंसी या एजेंट के झांसे में न आएं।
व्यक्तिगत जानकारी (आधार, बैंक डिटेल) साझा न करें।
क्यों जरूरी है सतर्क रहना?
आज नौकरी के नाम पर होने वाली ठगी से केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं होता, बल्कि उम्मीदवारों का समय और मानसिक ऊर्जा भी बर्बाद होती है।
पटना मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर युवाओं की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। ऐसे में जागरूक रहकर ही हम इन ठगों से बच सकते हैं।
नौकरी के नाम पर धोखा
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (PMRCL) ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वे किसी भी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया में धन संबंधी लेन-देन नहीं करते। जनता से अपील है कि केवल आधिकारिक चैनल पर भरोसा करें और फर्जी जॉब ऑफर्स से बचें।