नवगछिया: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद नवगछिया में प्रशासनिक दफ्तरों के पास बड़ी संख्या में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया। अनुमंडल कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास करीब 200 शराब की खाली बोतलें बरामद हुई हैं। इनमें कई नेपाली ब्रांड की बोतलें भी शामिल हैं। इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रशासनिक दफ्तरों के पास कैसे पहुंची शराब की बोतलें?
यह बोतलें नवगछिया अनुमंडल कोर्ट परिसर से महज 50 मीटर की दूरी पर पाई गईं, जो इस बात को साबित करता है कि शराबबंदी कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रशासनिक और पुलिस प्रतिष्ठानों के इतने करीब शराब का सेवन हो सकता है, तो अन्य इलाकों में स्थिति कैसी होगी?
SDPO ने दिए तत्काल कार्रवाई के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया एसडीपीओ ओम प्रकाश कुमार ने पुलिस को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। नवगछिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्लास्टिक की तीन बोरियों में शराब की खाली बोतलें इकट्ठा कीं। थाना प्रभारी रविशंकर सिंह के अनुसार, इन बोतलों को गिनने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और फिर इनका नष्टिकरण किया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर उठाए सवाल
इस घटना के बाद स्थानीय जनता में आक्रोश है। इस्माइलपुर जिला परिषद सदस्य विपिन मंडल ने प्रशासन की नाकामी पर सवाल उठाते हुए कहा,
“अगर कोर्ट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, तो आम जनता प्रशासन से क्या उम्मीद रखे? शराब आखिर कौन पी रहा है और कैसे यहां तक पहुंच रही है?”
शराबबंदी के बावजूद जारी तस्करी
बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद शराब की तस्करी लगातार जारी है। सरकार द्वारा ड्रोन से निगरानी, सख्त कानून और छापेमारी जैसे कदम उठाए जा रहे हैं, फिर भी शराब माफियाओं की गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करता है और शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए क्या सख्त कदम उठाए जाते हैं।