पटना – बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाकों की सड़कों को दुरुस्त करने के लिए “मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम” की शुरुआत कर दी है। इस योजना के तहत जून 2025 तक गांवों की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, 2025-26 वित्तीय वर्ष तक सड़कों को पूरी तरह मजबूत बनाया जाएगा।
सरकार ने सभी सड़कों पर दो बार कालीकरण कराने का निर्णय लिया है ताकि उनकी सतह टिकाऊ और यात्रा के लिए सहज रहे। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ठेकेदारों को रूरल रोड रिपेयर व्हीकल रखने का भी निर्देश दिया गया है।
इस पहल से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा, बल्कि राज्य के समग्र सड़क नेटवर्क की गुणवत्ता में भी बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। सरकार ने इसे गांवों की प्रगति की दिशा में बड़ा कदम बताया
बिहार सरकार का नया मिशन: मजबूत और सुरक्षित ग्रामीण सड़कें
बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाकों की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ी पहल शुरू की है।
“मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम” को पूरे राज्य में लागू कर दिया गया है।
इस कार्यक्रम के तहत हर गांव की सड़क को गड्ढा मुक्त और टिकाऊ बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
जून 2025 तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का लक्ष्य
सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि जून 2025 तक सभी ग्रामीण सड़कों को पूरी तरह गड्ढा मुक्त कर दिया जाए।
इसके बाद, 2025-26 तक इन सड़कों को पूरी मजबूती के साथ सतह तक सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि गांववासियों को किसी तरह की यात्रा में असुविधा न हो।
सड़कों पर दो बार होगा कालीकरण, बढ़ेगी राइडिंग क्वालिटी
नई योजना के तहत सभी चयनित सड़कों पर दो बार कालीकरण (blacktopping) किया जाएगा।
इससे सड़क की मजबूती बढ़ेगी और यात्रियों को स्मूद सफर का अनुभव मिलेगा।
सरकार का फोकस है कि सड़कें लंबे समय तक अच्छी बनी रहें और उनका रखरखाव समय पर होता रहे।
ठेकेदारों को मिलेगा खास निर्देश: रूरल रोड रिपेयर व्हीकल रखना अनिवार्य
सरकार ने सभी निर्माण एजेंसियों और ठेकेदारों को निर्देश दिया है कि उनके पास रूरल रोड रिपेयर व्हीकल (RRRV) होना चाहिए।
इन वाहनों के जरिए सड़कों में किसी भी प्रकार की समस्या का तुरंत समाधान किया जाएगा, ताकि गांववासियों को परेशान न होना पड़े।
सड़क नेटवर्क का होगा लगातार उन्नयन
हर वित्तीय वर्ष के बाद जिन सड़कों की रखरखाव अवधि समाप्त हो जाएगी, उनका फिर से चयन कर उन्हें अपग्रेड किया जाएगा।
यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत और टिकाऊ सड़क नेटवर्क तैयार करने के लिए उठाया गया है, जिससे आने वाले वर्षों में बिहार के गांव भी शहरी इलाकों जैसी सुविधाओं से जुड़ सकें।
कल्पना कीजिए, एक छोटे से गांव में रहने वाला रमेश अब पहले से कहीं जल्दी और आरामदायक तरीके से शहर जा सकता है।
बारिश के दिनों में जिन सड़कों पर गड्ढों से परेशान होकर ट्रैक्टर भी फंस जाते थे, अब वही सड़कें चिकनी और मजबूत होंगी।
सरकार की इस पहल से गांव के किसान अपने उत्पाद जल्दी बाजार तक पहुंचा पाएंगे, बच्चों को स्कूल जाने में सहूलियत होगी और स्वास्थ्य सेवाओं तक समय पर पहुँचना भी आसान होगा।
बिहार के गांव अब तरक्की की नई राह पर बढ़ रहे हैं।
Highlights:
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मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम लागू।
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जून 2025 तक गांवों की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का लक्ष्य।
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2025-26 तक सड़कों को दो बार कालीकरण कर मजबूत किया जाएगा।
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हर गांव की सड़क के रखरखाव के लिए विशेष वाहन का निर्देश।
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सड़क निर्माण में बिहार में आ रहा बड़ा बदलाव।