बीजिंग, 30 जुलाई 2025 – चीन के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के चलते भीषण बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ ने लाखों लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगभग 2 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो चुके हैं।
भारी बारिश से उत्पन्न संकट
यह बाढ़ मुख्य रूप से हैनान, गुआंगडोंग और हुबेई प्रांत में सबसे अधिक असर डाल रही है। चीन के मौसम विभाग ने बताया है कि पिछले 50 वर्षों में यह सबसे अधिक वर्षा हुई है। कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिसमें यांग्त्ज़ी नदी सबसे अधिक खतरनाक स्थिति में है।
जनजीवन पर बुरा असर
बाढ़ के कारण सड़कें, रेलवे लाइनें, और पुल ध्वस्त हो चुके हैं। शहरों में बिजली और इंटरनेट सेवा पूरी तरह ठप हो गई है। कई स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं। अस्पतालों में मरीजों का इलाज मुश्किल हो गया है। पीने के पानी की कमी और बीमारियों के फैलने का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
हजारों लोगों को सुरक्षित निकाला गया
सरकारी एजेंसियों और सेना ने मिलकर अब तक 50,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां पीड़ितों को भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है।
राहत कार्यों में लगे अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं लेकिन कुछ दुर्गम इलाकों में अब भी लोग फंसे हुए हैं। हेलिकॉप्टर और नावों की मदद से राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।
आर्थिक क्षति का अनुमान
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस बाढ़ से अब तक 10 अरब युआन (लगभग ₹11,500 करोड़ रुपये) की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। हजारों घर, दुकानें, वाहन और फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बाढ़ का असर लंबे समय तक चीन की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिलेगा। कई औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई हैं, जिससे उत्पादन और आपूर्ति पर भी असर पड़ा है।
जलवायु परिवर्तन की भूमिका
पर्यावरण वैज्ञानिकों ने इस आपदा के पीछे जलवायु परिवर्तन को एक बड़ी वजह बताया है। लगातार बढ़ते तापमान, ग्लेशियरों का पिघलना और अनियमित मानसून जैसी स्थितियों ने चीन के मौसम चक्र को असंतुलित कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें
इस आपदा की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोग सरकार से सहायता की मांग कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चिंता जता रहा
प्रधानमंत्री का बयान
चीन के प्रधानमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए कहा, “हम हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार पूरी ताकत से राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटी है।”

अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील?
अभी तक चीन ने किसी अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील नहीं की है, लेकिन कई देशों ने मानवीय सहायता भेजने की पेशकश की है।
भविष्य की तैयारी
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन को अब अपने जल प्रबंधन और शहरी प्लानिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस त
चीन में आई यह बाढ़ केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि यह एक चेतावनी है कि हम जलवायु परिवर्तन को नजरअंदाज नहीं कर सकते। सरकार और नागरिकों को मिलकर ऐसी स्थितियों के लिए बेहतर रणनीति बनानी होगी ताकि जीवन और संपत्ति की हानि को कम किया जा सके।