भारत अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में डूबा हुआ है, और इस बार ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने देशभक्ति की लहर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुरू हुआ यह अभियान अब एक जन आंदोलन बन चुका है, जो देश के हर कोने में राष्ट्रीय ध्वज की शोभा और एकता की भावना को बढ़ा रहा है।
हर घर तिरंगा: एक जन आंदोलन
2 अगस्त से शुरू हुआ यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा, जिसमें हर भारतीय से अपने घर, कार्यालय या दुकान पर तिरंगा फहराने की अपील की गई है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष 5 लाख से अधिक युवा स्वयंसेवकों ने अभियान में हिस्सा लिया, जो गांवों से लेकर शहरों तक लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना और स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को याद करना है।
तिरंगा यात्रा और सांस्कृतिक उत्सव
देशभर में तिरंगा यात्राओं ने उत्साह का माहौल बनाया है। दिल्ली के भारत मंडपम से लेकर छोटे कस्बों तक, स्कूली बच्चे, युवा और बुजुर्ग ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाते हुए सड़कों पर दिखाई दिए। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और देहरादून जैसे शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने लोगों का ध्यान खींचा, जहां देशभक्ति गीतों और नृत्यों ने माहौल को और जीवंत बनाया।
स्वच्छता और पर्यावरण के साथ जुड़ाव
इस बार ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता’ थीम ने अभियान को नया आयाम दिया। देशभर में तिरंगा यात्राओं के साथ-साथ स्वच्छता अभियान चलाए गए। स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों ने नदियों, पार्कों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई में हिस्सा लिया। कई स्थानों पर वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को दर्शाते हैं।
डिजिटल मंच पर तिरंगे की धूम
सोशल मीडिया पर #HarGharTiranga ट्रेंड शीर्ष पर रहा। लाखों लोगों ने harghartiranga.com पर अपनी तिरंगा सेल्फी अपलोड की और डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्त किए। युवाओं ने तिरंगे के साथ रील्स और पोस्ट साझा कर देशभक्ति का संदेश फैलाया। यह अभियान डिजिटल युग में राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बन गया है।
नेताओं की अपील और भागीदारी
केंद्रीय गृह मंत्री, संस्कृति मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की। दिल्ली में तिरंगा बाइक रैली और कोलकाता में मौन जुलूस जैसे आयोजनों ने लोगों को जोड़ा। नेताओं ने जनता से अपील की कि वे तिरंगे के सम्मान को बनाए रखें और इसे गर्व के साथ फहराएं।
स्वतंत्रता सेनानियों को नमन
अभियान के तहत स्कूलों में बच्चों ने भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां पढ़ीं और नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत कीं। कई शहरों में स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, जिसने युवा पीढ़ी को आजादी के मूल्यों से जोड़ा।
‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने न केवल राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान को बढ़ाया, बल्कि भारत की एकता, विविधता और स्वतंत्रता के प्रति समर्पण को भी रेखांकित किया। यह उत्सव 15 अगस्त को लाल किले पर होने वाले समारोह के साथ अपने चरम पर पहुंचेगा, जहां देशभक्ति की यह लहर पूरे भारत को एक सूत्र में बांधेगी।