रविवार की रात मुजफ्फरपुर के रामबाग चौड़ी इलाके में एक डराने वाली घटना घटी। चारों ओर गोलियों की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद करने लगे। और सबके मन में एक ही सवाल था — आखिर फायरिंग किसके घर पर हो रही है?
यह निशाना बना था — अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष और जदयू महानगर उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह का घर।
गोलियों की बौछार के बीच बाल-बाल बचे पप्पू सिंह
रविवार की शाम पप्पू सिंह अपने बालू-सीमेंट के दुकान से लौटे ही थे। उन्होंने अपनी बुलेट घर के अंदर पार्क की और हाल में जाकर दो परिचितों से बातचीत करने लगे। तभी अचानक, बाहर से तेज़ आवाज़ आई — “ठांय-ठांय-ठांय”। दो नकाबपोश बदमाशों ने बाइक से आकर उनके घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी।
गोलियों की आवाज सुनते ही पप्पू सिंह और उनके दोनों मेहमान डर के मारे दौड़ते हुए छत की ओर भागे। ऊपर से झांक कर देखा तो बाइक सवार बदमाश तेजी से भागते नजर आए। गनीमत रही कि फायरिंग के दौरान किसी को चोट नहीं आई, लेकिन उनकी बुलेट और घर की खिड़की गोलियों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
इलाके में मचा हड़कंप, मौके पर पहुंची पुलिस
गोलियों की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग घरों से बाहर निकल आए। कुछ ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। कुछ ही मिनटों में मिठनपुरा थानाध्यक्ष रामएकबाल प्रसाद पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू की।
पुलिस को घटनास्थल से 7.65 एमएम पिस्टल के चार खोखे बरामद हुए। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। फुटेज में दो युवक बाइक पर सवार होकर आते और गोलीबारी कर भागते साफ नजर आ रहे थे।
एक घंटे से चल रही थी रेकी
स्थानीय लोगों ने बताया कि फायरिंग से पहले दो संदिग्ध युवक बाइक पर घूमते देखे गए थे। वे कई बार पप्पू सिंह के घर के सामने आकर रुके, फिर वापस मेन रोड की तरफ मुड़ जाते। ऐसा लग रहा था मानो वे मौके का इंतजार कर रहे हों।
पप्पू सिंह का भी कहना है कि बदमाश घटना से पहले उनके घर की रेकी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें शक है कि ये हमला सामाजिक वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा हो सकता है।
पुरानी रंजिश का शक
बताया जा रहा है कि पप्पू सिंह का कुछ लोगों से संपत्ति और व्यवसाय को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। हालांकि, अब तक किसी के साथ सीधा टकराव नहीं हुआ था। इसलिए यह साफ नहीं हो सका है कि हमले के पीछे कौन लोग हैं।
पप्पू सिंह ने पुलिस से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है। साथ ही इस घटना को लेकर उन्होंने सामाजिक वर्चस्व को नुकसान पहुंचाने की साजिश करार दिया है।
पुलिस ने शुरू की छापेमारी
फुटेज में कैद तस्वीरों के आधार पर पुलिस ने बदमाशों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मिठनपुरा थानाध्यक्ष ने बताया कि अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तारी हो सकती है।
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बदमाशों का उद्देश्य जानलेवा हमला करना था, लेकिन मौका नहीं मिला। वरना परिणाम गंभीर हो सकते थे।
इलाके में दहशत का माहौल
घटना के बाद रामबाग चौड़ी इलाके में दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। इलाके के छोटे दुकानदारों ने अगली सुबह तक अपनी दुकानें भी नहीं खोलीं। इलाके के लोगों ने प्रशासन से गश्त बढ़ाने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।